साबुत धनिया-एक गिलास पानी में 2 चम्मच साबुत धनिये को रात में भिगोकर रख दें। सुबह इसे मसलकर उबालें। चौथाई भाग पानी शेष रहने पर खाली पेट इसे पी लें तथा गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करें। यह उपचार लगातार करने से थायरायड की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
दही और दूध -थायराइड के रोगियों को दही और दूध का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए। दूध और दही में मौजूद कैल्शियम, मिनरल्स और विटामिन्स थायराइड से ग्रसित रोगियों को स्वस्थ बनाने में मदद करता है।
मुलेठी - थायराइडग्रस्त लोग जल्दी थक जाते हैं। ऐसे में मुलेठी का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है। मुलेठी में मौजूद तत्व थायराइड ग्रंथि को संतुलित बनाते हैं और थकान को उर्जा में बदल देते हैं। फल और सब्जियां- थायराइड के रोगियों को फलों और सब्जियों का सेवन अधिक करना चाहिए। फल और सब्जियों में एंटीआक्सिडेंटस होता है, जो थायराइड को कभी बढऩे नहीं देता है। सब्जियों में टमाटर, हरी मिर्च आदि का सेवन करें, इससे थायराइड की समस्या में आराम मिलता है।
फलों का रस- थायराइड का उपचार करने के लिए रोगी व्यक्ति को कुछ दिनों तक फलों का रस (नारियल पानी, पत्तागोभी, अनानास, संतरा, सेब, गाजर, चकुन्दर, तथा अंगूर का रस) पीना चाहिए, इससे थायराइड की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है।
रखें खास ध्यान
- आहार में आयोडीन वाला खाना, कैफीन , रेड मीट, वनस्पति घी, आदि खाद्य पदार्थो का सेवन न करें। - ब्रोकली, फूलगोभी और पत्तागोभी नहीं खाना चाहिए ये थाइराइड में नुकसान दायक होते हैं। इसके अलावा हर 5-6 महीने में थायराइड जांच जरूर कराएं व चिकित्सक की सलाह अनुसार दवाइ नियमित रूप से लें।- सोते हुए टीवी न देखें। - सोते समय तकिया न लगाएं और लगाना ही चाहते हैं, तो बेहद पतली तकिया इस्तेमाल करें, जिससे गर्दन सीधीे ही रहे। हमेशा नींद पूरी लें!
प्राणायाम से थायराइड में लाभ
उज्जायी प्राणायाम करने से थायराइड रोग में लाभ होता है। नियमित व लम्बे समय तक करने से इससे अद्भुत लाभ होते देखे गए हैं।
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