इन दिनों दुनियाभर में वीगन डाइट का ट्रेंड है भारत में कई लोग वीगन डाइट का समर्थन कर रहे हैं। यह एक तरह की वेजिटेरियन डाइट ही नहीं, बल्कि उससे भी कहीं आगे है। वीगन डाइट को वजन कम करने के लिये फॉलो किया जाता है। ऐसी डाइट जिसमें दूध, अंडे, नानवेज और किसी भी डेयरी प्रोडक्ट का सेवन नहीं किया जाता, उसे वीगन डाइट कहते हैं। ये वेजिटेरियन लाइफ स्टाइल जीने का एक तरीका है। कई लोग इसे वेजिटेरियन डाइट कहते हैं, लेकिन ये वेजिटेरियन डाइट से काफी अलग है। इसमें किसी भी जीव को परेशान किए बिना जो आहार हासिल किया जाता है, उसे शामिल किया है जैसे फल, सब्जियां, होल गे्रन्स, दाल, नट्स और सीड्स आदि।वीगन डाइट के प्रकार :- ये डाइट कई तरह की होती है। अलग-अलग डाइट के अनुसार अलग-अलग $फूड लेना होता है। होल $फूड वीगन डाइट :- इस डाइट में साबुत अनाज, फलियां, फल, सब्जियां, नट्स और बीज का सेवन करते हैं।रॉ $फूड वीगन डाइट :- इस डाइट में कच्चे फल, कच्ची सब्जियां, नट्स और बीज आदि का सेवन किया जाता है। इस दौरान इन्हें 118ैस्न तापमान पर कुक कर सकते हैं। इस डाइट में कच्चे $फूड्स खाने पर अधिक ध्यान दिया जाता है जैसे अवोडाकाडो और नट्स आदि स्टार्च सोल्यूशन वीगन डाइट :- इस डाइट में कम $फैट और हाई कार्ब वाले वेजिटेरियन $फूड आते हैं, लेकिन इसमें फल की जगह आलू, चावल और मक्का का सेवन किया जाता है। वैसे तो वीगन डाइट के और भी कई प्रकार हैं, लेकिन साइंटिफिक रिसर्च इस बात की पुष्टि नहीं करती।वीगन डाइट कैसे ली जाती है वीगन डाइट को नार्मल डाइट की तरह ही लिया जाता है। यह वजन कम करने में भी मदद कर सकती है। किसी अन्य डाइट से मिनरल्स, विटामिन्स और न्यूट्रीऐंट्स मिलते हैं, लेकिन इस डाइट को $फॉलो करने से वे सारे पोषक तत्व मिल जाते हैं, जो शरीर के लिये आवश्यक हैं। 4 बजे तक कच्चा आहार- इसमें 4 बजे तक कच्चे फल और सब्जियों को आहार में शामिल किया जाता और डिनर में पका हुआ भोजन।वीगन डाइट के लाभ पोषण ज्यादा- वीगन डाइट सामान्य से ज्यादा फाइबर एवं पोषक तत्व देती है। साथ ही इसमें पोटेशियम, मैग्नेशियम, फोलेट, विटामिन-ए, सी और ट्टई* की मात्रा भी अधिक होती है।वजन कम करने में उपयोगी -वीगन डाइट को वजन कम करने के लिये उपयोग में लाया जाता है। वीगन डाइट फॉलो करने वालों का नॉन वीगन्स की अपेक्षा बॉडी मास इंडेक्स कम होता है। इस डाइट में फाइबर अधिक होता है जिससे वजन कम होता है।ब्लड शुगर और टाइप 2 डायबिटीज़ करे नियंत्रित - इस डाइट को उपयोग में लाने से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है एवं रोगी की हाई इंसुलिन सेंसिटिविटी रहती है। यह डाइट 78 प्रतिशत तक डायबिटीज़ के खतरे को कम कर सकती है।हार्ट रखे हेल्दी- वीगन डाइट को उपयोग में लाने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा 75 प्रतिशत और हृदय संबंधी रोगों का खतरा 40 प्रतिशत तक कम हो जाता है।कैंसर से रोकथाम -वीगन डाइट अपनाकर कई तरह के कैंसर से शरीर का बचाव कर सकते हैं, जिसमें कोलोन कैंसर भी शामिल है।- वीगन डाइट के प्रयोग से डिप्रेशन में कमी आती है। इस डाइट से ओमेगा 3 एवं एंटी ऑक्सीडेंट्स मिलते हैं। - बॉडी को डीटॉक्स करने में सहायक और शक्ति, सामथ्र्य बढ़ाने में प्रभावी।कुछ सावधानियां भी रखें वीगन डाइट अपनाने में :-कुछ परिस्थितियों में वीगन डाइट नुकसानदेह है। अगर शरीर पहले से ही कमजोर है तथा खून की कमी है, तो वीगन डाइट न अपनाएं। यदि किसी प्लांट्स से एलर्जी होने तथा गर्भावस्था के दौरान भी इस डाइट को न अपनाएं। डायबिटीज़ के रोगी भी चिकित्सक के परामर्श से ही इस डाइट को अपनाएं। मील प्लानिंग सुनिश्चित करें वीगन डाइट फालो करते समय यह गलती हमेशा होती है कि मील प्लानिंग नहीं की जाती। फल और सब्जियां किसी भी वक्त कितना भी खा लेते हैं, जिससे संतुलित आहार नहीं मिल पाता। अत: डायटीशियन से प्लानिंग कर दिनचर्या के अनुसार डाइट निश्चित करें।डॉ. ज्योत्सना मानकर
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